helping hands

Health Queries Simplified

Find clear, simple answers to common health-related questions. Our short articles, verified by medical professionals, break down medical topics in easy-to-understand language, helping you make informed decisions about your health.

Categories

Health Queries

कुत्ते के काटने पर क्या करे? घरेलु उपचार एवं इलाज।

Dr. Pranati Narayan

11 May, 2023

कुत्ते के काटने पर क्या करे? घरेलु उपचार एवं इलाज।

आजकल अधिकतर घरों में कोई न कोई पालतू जानवर होता है। किसी के पास बिल्ली, किसी के पास कछुआ तो किसी के पास कुत्ता पाला होता है। ये जानवर बेशक बहुत ही प्यारे होते है परन्तु इनसे बीमारियां होने का भी खतरा होता है। ऐसा अक्सर सुनने में आता है की सड़क पर चलते समय किसी कुत्ते ने काट लिया या खरोच मार दी। या फिर बंदर ने हमला कर दिया। दुनिया भर में कुत्ते से काटे जाने के लगभग 45 लाख केस हर साल आते हैं। इन जानवरों के काटने को आपको समान्य नहीं समझना चाहीए बल्कि इसका तुरंत उपचार करना चाहिए। यदि तुरंत प्राथमिक उपचार न किया जाए तो आप संक्रमित हो सकतें है और आपको रेबीज़ जैसी बीमारी या कुछ अन्य बीमारियां भी हो सकती है। हर साल रेबीज़ के कारण भारत में 18000 से ऊपर मृत्यु होती हैं। _**कुत्ते के काटने से क्या होता है?**_ यदि आपको कुत्ते ने काटा है या खरोच मारी है तो आपको असहनीय पीड़ा होने के साथ साथ कई कठिनाइयां हो सकती हैं। कुत्ते की लार में एक बैक्टेरिया पाता जाता है और यदि वो काट लेता है तो सही इलाज न करने पर वो बैक्टेरिया आपके शरीर में भी पहुंच कर संक्रमित कर सकता है। इसके इलावा आपके शरीर में कुछ अन्य लक्षण भी दिखाई दे सकते है। ये लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कुत्ते ने कितनी गहराई से कटा हैं। _**रेबीज़ क्या हैं? क्या हर कुत्ते के काटने से रेबीज़ हो सकती है?**_ रेबीज़ एक ऐसा रोग है जिसका कारण वायरस होते हैं। इस रोग का प्रभाव केंद्रीय तंत्रिका पर होता है एवं इसकी चिकित्सा ना करने पर जान भी जा सकती है। यदि आप ये सोच रहे है की हर कुत्ते के काटने से रेबीज़ हो सकती है, तो आप गलत हैं। रेबीज़ केवल उन कुत्तों के काटने से ही होती है जिनको रेबीज़ है या फिर उनको रेबीज़ का टीका नहीं लगा है। कुत्ते के काटने पर तुरंत इलाज करवाने का कारण यही है की आप हमेशा ये नही जान सकते की किस कुत्ते को रेबीज़ का टीका लगा है अथवा किसको नही। _**कुत्ते के काटने पर क्या प्राथमिक उपचार करें?**_ यदि आपको या आपके किसी भी जाने वाले को कुत्ते ने काटा है तो प्राथमिक उपचार के लिए आप निम्नलिखित चीज़े कर सकते हैं - - घाव को डिटोल से पोंछे और साबुन लगा कर चलते पानी में 5-1० मिनट तक धोये। - शरीर का जो हिस्सा प्रभावित है उसे थोड़ा ऊपर उठा कर रखें। - यदि कोई एंटीबायोटिक क्रीम है तो उसको घाव पर लगा दे। - घाव की बैंडेज करे और डॉक्टर से परामर्श करें। सभी कुत्ते के काटने के घाव, यहां तक कि मामूली भी, संक्रमण के लक्षणों के लिए निगरानी की जानी चाहिए जब तक कि वे पूरी तरह से ठीक न हो जाएं। _**कुत्ते के काटने से क्या जटिलताएं हो सकती हैं?**_ अक्सर कुत्ते बहुत गंभीर रूप से नहीं काटते हैं और अधिकतर इसका शिकार बच्चे होते हैं। कुत्ते के काटने पर कुछ संक्रमण या जटिलताएं हो सकती हैं। जैसे - यदि किसी कुत्ते ने आपको काटा है और आपका मांस निकल गया या उस कुत्ते के दांत आपको ज्यादा गहराई में लग गए है, तो संभव है की आपकी त्वचा पर उसके निशान छूट जाए। - रेबीज़ - जो प्रभावित क्षेत्र होता है वहा आस पास सूजन आ सकती है। ऐसे में बुखार आना, ह्रदय गति तेज होना आदि लक्षण दिखते है। अक्सर ये सूजन एंटीबॉयटिक्स से सही हो जाती है। किंतु यदि संक्रमण फैलता है तो सेप्सिस होने का खतरा होता है। - मेनिनजाइटिस _**रेबीज के लक्षण**_ यह रोग शुरुवात में फ्लू जैसे लक्षण प्रकट करता है। बुखार, झुनझुनी, मांसपेशियों में कमजोरी आदि। रेबीज़ केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है और यह दो प्रकार के रोग विकसित कर सकता है। <u>उग्र रेबीज़</u> इसमें ये लक्षण दिखते हैं - - व्याकुलता और अशांति - अनिद्रा - चिंता - उलझन - लार का अधिक मात्रा में गिरना - पानी से डर लगना - निगलने में कठिनाई होना <u>पैरालिटिक रेबीज़</u> इसको होने में थोड़ा समय लगता है, परंतु यह भी उतना ही गंभीर होता है। धीमे धीमे संक्रमित व्यक्ति पैरालाइज हो जाता है और वह कोमा में भी जा सकता हैं। इस स्थिति में उसकी मृत्यु भी संभव है। _**कुत्ते के काटने के बाद कब और कितने इंजेक्शन लगवाए?**_ रेबीज़ से बचने के लिए इंजेक्शन दो प्रकार से लगते हैं। कुछ लोग सावधानी के तौर पर ही टिका लगवा लेते हैं जिससे वो कुत्तों के काटने से होने वाली बीमारी से बच सकें। इसको प्री एक्सपोजर वैक्सीनेशन कहा जाता है। डॉक्टर के अनुसार यह टीका उन लोगो को अवश्य लगवाना चाहिए जिनके घर में कुत्ते पले हों या फिर वो कुत्ता रखनेवाले हो। अगर आप ऐसी जगह जा रहे हो जहां रेबीज़ के केस अधिक हो या बहुत सारे आवारा कुत्ते हों, तब भी आपको प्री एक्सपोजर वैक्सीनेशन कराना चाहिए । यह टीकाकरण उन लोगों के लिए है जिनको उस कुत्ते ने काटा है जिसके रेबीज़ का इंजेक्शन लगा हुआ है। ऐसे में 3 इंजेक्शन लगते हैं। पहला इंजेक्शन कुत्ते के काटने के बाद उसी दिन 24 घण्टे के अंदर लगता है जिसदिन कुत्ते ने काटा हो। दूसरा इंजेक्शन तीसरे दिन लगता है। और तीसरा इंजेक्शन कुत्ते के काटने के 7 दिन बाद लगता है। ( प्री एक्सपोजर टीकाकरण) पोस्ट एक्सपोजर वैक्सीनेशन– इसमें टीके की 5 खुराक लगती हैं। तीसरी खुराक प्री एक्सपोजर वैक्सीनेशन के समान हैं । चौथी खुराक़ चौदवे दिन लगती है और पांचवीं खुराक 21 या 28 दिन पर लगती है। जब रेबीज़ का पहला इंजेक्शन लगता है उसी के साथ टेटनस का इंजेक्शन भी लगाया जाता है। इसका कारण यह है कि टेटनस किसी भी संक्रमित घाव से हो सकता है। जब कुत्ता काटता या खरोचता है जो घाव होता है और वह घाव कुत्ते की लार या उसके पंजों से संक्रमित होता है। यही कारण है की आपको रेबीज़ के साथ टेटनस का इंजेक्शन भी पहले दिन लगता है। अंततः आपको ये बात ध्यान में रखनी चाहिए कि कुत्ते के काटने पर टीका ज़रूर लगवाना चाहिए भले ही आपके पालतू कुत्ते ने आपको काटा हो। ऐसा करने पर आप खुद को बीमारियो से बचा सकते हैं। यदि आपके आस पास के लोग इस बात से जागरूक नहीं हैं की कुत्ते के काटने पर इंजेक्शन लगवाना चाहिए तो आपको इंसानियत के नाते उनको भी जागरूक करना चाहिए और उनका टीकाकरण करवाना चाहिए।
READ MORE...
menstruation

Menstruation

pregnancy

Pregnancy

dog-bite

Dog Bite

fever

Fever

covid

Covid

Have any health related queries?

Online health articles, videos, posts, etc. making you confused about your loved ones medical conditions?

We are here to help. Reach out to us & our team will make sure to get your doubts cleared.

reach out here