Hello, how can we help you?


or choose a category to quickly find the help you need

Health Questions


    शराब का सेवन करना कभी भी सेहत के लिए अच्छा नहीं माना गया है। अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से आपके शरीर पर बुरा असर पड़ता है तथा आप किसी न किसी प्रकार के रोग से भी ग्रस्त हो सकती हैं। वहीं पीरियड्स के दिनों में भी बहुत अधिक मात्रा में शराब पीने से बुरा असर पड़ता है। आइए जानते है शराब पीने से किन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है – - पीरियड्स के दौरान शराब पीने से आपको निर्जलीयकारण ( डिहाइड्रेशन) की समस्या हो सकती है। इसी कारण से आपके पेट में मरोड़ भी और बढ़ सकती है। - शराब पीने से हार्मोन्स पर असर पड़ता है। शराब के सेवन से एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरॉन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। शराब का सेवन करने से इन दोनो हार्मोन्स का स्तर कुछ देर के लिए बढ़ जाता है। परिणाम स्वरूप यह आपकी मेंस्ट्रुअल साइकिल ( मासिक धर्म चक्र) को प्रभावित करता है। - इसके अतिरिक्त शराब का सेवन करने आपको थकान और सुस्ती भी अधिक मेहसूस होगी जो कि आपका मूड खराब होने का कारण बन सकती है। आपको अधिक चिड़चिड़ाहट मेहसूस हो सकती है। अर्थात शराब पीने से पीएमएस ( प्री मेंसट्रूअल सिंड्रोम) के लक्षण बिगड़ सकते हैं। - शराब का सेवन करने से आपके शरीर में उपास्थिक पोषक पदार्थ जैसे मैंगनेशियम आदि पर भी असर पड़ता है। शराब का सेवन करने से मैंगनेशियम का स्तर कम हो सकता है जिसके फलस्वरूप आपकी ब्लड शुगर भी कम हो सकती है। इससे आपको चक्कर, कमजोरी आदि मेहसूस होगी। - शराब अन्य अंगो जैसे लीवर आदि को भी नुकसान पहुंचाती है। इस कारण से आपके पूरे शरीर की क्रिया उचित ढंग से नहीं हो पाती है एवं यह हार्मोस पर प्रभाव डालती है। इस कारण से आपको मासिक धर्म चक्र में परेशानियां आ सकती है। _निष्कर्ष क्या है?_ उपर्युक्त लेख से आप यह स्वतः समझ गए होने की पीरियड्स के दौरान शराब का सेवन करना सही नहीं है। इसीलिए पीरियड्स के दौरान शराब का सेवन कदापि न करें। शराब का सेवन करने से आपके मासिक धर्म चक्र पर प्रभाव पड़ सकता है जिससे आपको पीरियड्स की अनियमितता की परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त शराब का सेवन करने से तनाव और अवसाद जैसी मानसिक उलझने भी जन्म लेती हैं और यह भी आपके मासिक धर्म चक्र को प्रभावित करती हैं।
    READ MORE...
    अधिकतर महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में पेट के निचले भाग में पीड़ा अनुभव होती है, जिसे पीरियड क्रैम्प्स भी कहा जाता है। ये पीड़ा कभी कभी हल्की अथवा कभी कभी असेहनीय होती है, ऐसी महिलाएं पीड़ा को कम करने के लिए हर भरसक प्रयास करती है। इस पीड़ा से निजात पाने के लिए आप अदरक का भी प्रसोग कर सकते है। आइए जानें क्यों और कैसे? _पीरियड्स में पेट के निचले हिस्से में दर्द क्यों होता हैं?_ पीरियड्स के दौरान एक प्रोस्टाग्लैंडिन नामक स्राव स्रावित होता है, जिससे बच्चेदानी ( यूटरस) की मांसपेशियों सिकुड़ती है ( कॉन्ट्रैक्ट) करती है। इसके परिणाम स्वरूप सूजन और दर्द होता है। कभी कभी यह दर्द फैल कर पीठ के निचली भाग में भी होने लगता है और पेट फूलना, सिर दर्द, उपकाई, उल्टी और कभी कभी अतिसार ( डायरिया) भी हो जाता है। _प्रेगनेंसी में अदरक के फायदे_ अदरक में जिंजरऑल नामक पदार्थ होता है जो एंटीइंफ्लेमेटरी एवं एंटीओक्सीडेंट गुण युक्त होता है। यह पीरियड्स में दर्द से राहत दिला कर ऊर्जा भी प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त यदि आपके पीरियड्स इरेगुलर है तो भी आप अदरक को अपने खाने पीने में शामिल कर सकती हैं। _अदरक को कितनी मात्रा में सेवन करना चाहिए?_ यदि आप अदरक का सेवन करते हैं तो ध्यान रखें की अदरक का सेवन दिन भर में 25 ग्राम से अधिक न हों। हर चीज अधिकांश मात्रा में हानिकारक होती है और अधिक मात्रा में अदरक का सेवन करने से बवासीर ( पाइल्स) की परेशानी हो सकती है। _अदरक का सेवन किस प्रकार से किया जा सकता है?_ अदरक का सेवन आप निम्न रूप में कर सकते हैं – - अदरक की चाय - अदरक को पानी में उबाल कर पिए - अदरक का रस निचोड़ कर थोड़े से पानी में मिला कर पी सकते है। - इसके अतिरिक्त अदरक के रस को आप मधु में भी मिला कर पी सकते है। परंतु मधु का सेवन कभी भी उबाल कर न करें।
    READ MORE...

You still have a question?

If you cannot find answer to your question in our FAQ, you can

always contact us. We will answer to you shortly!