प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपने खानपान का उचित ध्यान रखना चाहिए, क्यूंकि इस दौरान खानपान का सीधा प्रभाव आपके होने वाले बच्चे पर भी पड़ता है।

महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान कई प्रकार की समस्याएं होती है, इसमें से सीने में दर्द होना भी एक समस्या है।आम तौर पर सीने में दर्द एसिडिटी के कारण भी हो जाता है। अगर एसिडिटी के कारण दर्द है, तो इसमें आपको घबराने की जरूरत नहीं है, परंतु दर्द अगर लगातार बना हुआ है, और साथ में आपको अन्य समस्याएं जैसे हाथ सुन्न पड़ रहे है, सांस लेने में तकलीफ हो रही है आदि तो यह एक चिंता का विषय है, ऐसी समस्या होने पर आपको तुरंत डॉक्टर अर्थात स्त्री प्रसूति विशेषज्ञ या जनरल फिजिशियन ( सामान्य चिकत्सक) से संपर्क करना चाहिए।

गर्भावस्था में सीने में दर्द के क्या कारण हो सकते है?
इस अवस्था में उचित खानपान लेना अति आवश्यक है। अधिक तला भुना,मसालेदार खाना खाने से आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है, जिसके कारण सीने में दर्द हो सकता है। गर्भावस्था में सीने में दर्द होने का एक अन्य कारण इन्फेक्शन के भी ऐसा हो सकता है। यदि आप अस्थमा के मरीज है, तो भी आपको सीने में दर्द की समस्या हो सकती है।

यदि आपको सीने में दर्द एसिडिटी के कारण है तो उसने कुछ घरेलू उपचार भी किए जा सकते हैं जो की निम्न हैं –

  • भीगे बादाम खाने से एसिडिटी काम होती है।
  • गुनगुने दूध में शहद डाल कर पीने से भी एसिडिटी में राहत मिलती है।
  • अजवाइन का पानी भी एसिडिटी को कम करने में सहायक होता है।
  • नारियल पानी भी एसिडिटी को कम करने में मदद करता है।
  • आप eno का भी सेवन कर सकते हैं ।

यदि आपको एसिडिटी या अपच के कारण सीने में दर्द है, तो कुछ खास बातो का ध्यान रख कर आप इससे राहत पा सकते है। जैसे –

  • लेटते समय कमर के नीचे तकिया लगा कर लेटे, इससे सांस लेने में आसानी रहती है।
  • खाना खाने तुरंत बाद लेटे नहीं,इससे अपच नहीं होगी।
  • अधिक मसालेदार एवम तला भुना खाना न खाएं।

यदि उपार्युक चीज़ों से भी आपको सीने में दर्द से राहत नहीं मिलती है या फिर आपका सीने में दर्द होने का कारण कोई अतिरिक्त है तो आपको एक बार चिकत्सक के पास सलाह लेने अवश्य जाना चाहिए
गर्भावस्था के दौरान आपको कोई भी छोटी सी तकलीफ भी क्यों न हो आपको एक बार चिकत्सक की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।